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युग मर्डर केस कन्वेंशन: क्या यह अपराध दुर्लभ है जो मृत्युदंड को आमंत्रित करता है?

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हिमाचल क्राइम न्यूज़ ब्यूरो, शिमला। :  भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 1983 में माखी सिंह बनाम स्टेट ऑफ़ पंजाब केस के एक फैसले में "दुर्लभतम दुर्लभ" शब्द गढ़ा था। न्यायमूर्ति सांसद ठक्कर के अनुसार, दुर्लभतम मामले में सबसे दुर्लभ, जब समुदाय का सामूहिक विवेक इतना हैरान होता है कि यह न्यायिक शक्ति केंद्र के धारकों से अपेक्षा करेगा कि वे अपनी व्यक्तिगत राय के बावजूद मौत की सजा को बेअदबी मानें या मृत्युदंड बरकरार रखें। इसके अलावा, निर्णायक कारकों में हत्या के कमीशन का तरीका शामिल था। जब हत्या एक अत्यंत क्रूर, भड़काऊ, शैतानी में की जाती है।  विद्रोह, या नृशंस तरीके से ताकि समुदाय के तीव्र और चरम आक्रोश को भड़काने के लिए, शीर्ष अदालत ने कहा था। कई अन्य दिशा-निर्देश हैं जिनमें वृद्धि और मितव्ययिता कारकों पर विचार करना शामिल है।  हालाँकि, पूरी दुनिया में मृत्युदंड के पैरोकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के बीच लंबे समय से विरोधाभास रहा है।  मृत्युदंड के खिलाफ एक तर्क में कहा गया है कि अदालतें मानव को जन्म नहीं दे सकती हैं, इसलिए उसे जीवन लेने का ...

प्रशासन की पोल:सडक़ पहली ही बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई

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File Photo हिमाचल क्राइम न्यूज़  || ब्यूरो  सिरमौर   ||  गिरिपार क्षेत्र के अपर भगानी से मेरूवाला तक की सडक़ पहली ही बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई। बारिश के पानी से सड़क नहर में तब्लीत हो गई  घुटनों से अधिक पानी आ जाने पर लोगों को पैदल चलना व अपने वाहन चलाना अत्यंत कठिन हो गए हैं सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे उभर आएं हैं इन गड्ढों के बीच से वाहन चालकों को गुजरना मजबूरी बन गया है। गड्ढों में बारिश का पानी सड़क पर नहर के पानी की तरह चल रहा है सडक़ पर फिसलन बढ़ रही है। कई बार रोड से गुजरने वाले वाहन चालक गिरकर घायल हो जाते हैं, लेकिन फिर भी इसके निर्माण को लेकर जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे हुए हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले लोग अपने को भाग्यशाली समझते हैं कि सही सलामत घर पहुंच गए।  बीओ  सड़क की दुर्दशा से लगता है कि विभाग इस सड़क की सुध लेना भूल चुका है। सड़क पर पैदल व वाहनों का चलना किसी खतरे से चलने से खाली नहीं है। थोड़ी सी बरसात होने पर सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है जिस के कारण राहगीरों व वाहन चालकों को कई प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़...

प्राथमिक स्कूल मात्र एक कमरे में चल रहा, प्रदेश सरकार के दावे फेल

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File photo हिमाचल क्राइम न्यूज़  || ब्यूरो  सिरमौर   ||  घरद्वार पर उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा के प्रदेश सरकार के दावे क्यारी गांव में हवाई साबित हो रहे हैं। क्यारी गांव में प्राथमिक स्कूल मात्र एक कमरे में चल रहा है। महज 20 बच्चों के बैठने की क्षमता वाले कमरे में 67 बच्चे बैठते हैं। यहां पहली से 5वी तक की कक्षाएं एक ही कमरे में लग रही हैं। यही नहीं, स्कूल के तीन स्कूल कर्मचारी और स्कूल का कार्यालय भी इसी कमरे में चल रहा है। उसपर हालात यह है कि जब भी बारिश होती है तो ढलान से बहने वाला पानी इस कमरे में घुस जाता है और बच्चों के बैठने की टाटपट्टी साहित सारा सामान गीला हो जाता है। ऐसे हालात में अध्यापक क्या पढा पाते होंगे और बच्चे क्या पढ पाते हैं इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।  वीओ:- शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकारी योजनाओं को पलीता लगा रहे है और नौनिहालों के भविष्य को अंधकार में धकेल रहे हैं। भकरास स्कूल इस कुव्यवस्था का जीवंत उदहारण है। एक कमरा, पांच कक्षाएं, तीन कर्मचारी, 67 बच्चे उसपर आॅफिर का फर्नीचर और अन्य सामान। यह सब शिलाई के दूरदराज क्यारी गांव...

भारी पड़ेगा साइबर क्राइम करना

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हिमाचल क्राइम न्यूज़  || ब्यूरो    ||  कंप्यूटर, इंटरनेट, डिजिटल डिवाइसेज, वर्ल्ड वाइड वेब आदि के जरिए किए जाने वाले अपराधों के लिए छोटे-मोटे जुर्माने से लेकर उम्र कैद तक की सजा दी जा सकती है। दुनिया भर में सुरक्षा और जांच एजेंसियां साइबर अपराधों को बहुत गंभीरता से ले रही हैं। ऐसे मामलों में सूचना तकनीक कानून 2000 और सूचना तकनीक (संशोधन) कानून 2008 तो लागू होते ही हैं, मामले के दूसरे पहलुओं को ध्यान में रखते हुए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), कॉपीराइट कानून 1957, कंपनी कानून, सरकारी गोपनीयता कानून और यहां तक कि बिरले मामलों में आतंकवाद निरोधक कानून भी लागू किए जा सकते हैं। कुछ मामलों पर भारत सरकार के आईटी डिपार्टमेंट की तरफ से अलग से जारी किए गए आईटी नियम 2011 भी लागू होते हैं। कानून में निर्दोष लोगों को साजिशन की गई शिकायतों से सुरक्षित रखने की भी मुनासिब व्यवस्था है, लेकिन कंप्यूटर, दूरसंचार और इंटरनेट यूजर को हमेशा सतर्क रहना चाहिए कि उनसे जाने-अनजाने में कोई साइबर क्राइम तो नहीं हो रहा है। तकनीकी जरियों का सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए हमेशा याद रखें कि इलाज से ...

चिट्टा तस्करी में दूसरा नाइजीरियन गिरफ्तार

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Photo©:-AU हिमाचल क्राइम न्यूज़  || ब्यूरो  सोलन   ||  चिट्टे के धन्दे की जड़ें सोलन से नाइजीरिया तक पहुंच चुकी हैं। पुलिस ने एक सप्ताह में नाइजीरियन व्यक्ति के चिट्टा तस्कर की दूसरी गिरफ्तारी कर ली है। दूसरे आरोपी को भी दिल्ली में उसके ठिकाने पर दबिश देकर पकड़ा गया। पुलिस आरोपी को धर्मपुर थाना ले आई है जहां अब आगे की पूछताछ की जा रही है। पुलिस आरोपी से जुड़े सभी दस्तावेज खंगाल रही है। उसके भारत आने की वजह का भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने नाइजीरियन मूल के नशा तस्कर के साथ उत्तर प्रदेश के एक अन्य युवक को भी पकड़ा है। पुलिस ने सात अगस्त को धर्मपुर में 17 ग्राम चिट्टे के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने दिल्ली में बैठे नाइजीरिया के नागरिक से चिट्टा खरीदने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने ऐसे बुना मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने का जाल इसके बाद पुलिस ने मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने का जाल बुना और फोन व अन्य संचार माध्यमों की मदद से पुलिस मुख्य आरोपी के ठिकाने तक जा पहुंची। यहां पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। म...

ससुराल की दहेज़ की अड़, बहु ने लगाया फंदा

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हिमाचल क्राइम न्यूज़  || ब्यूरो  मंडी   ||  दहेज प्रताड़ना से तंग आकर वेटरनरी फार्मासिस्ट महिला ने फंदे से लटककर जान दे दी है। रात वह अपने पांच साल के बच्चे के साथ ससुराल में अपने कमरे में सोई थी। सुबह बच्चा कमरे के बाहर आकर रोने लगा तो किराएदार बच्चे को उठाकर कमरे में पहुंचे, जहां महिला फंदे पर लटकी हुई थी। तभी ससुराल वाले भी एकत्र हो गए और सूचना पुलिस और मायके वालों की दी गई। मामला मंडी के सुदंरनगर का है। रात करीब ग्यारह बजे कल्पना अपने पांच साल के बच्चे के साथ सो गई। सुबह साढ़े चार बजे जब उसका बेटा बाहर सीढ़ियों पर अंधरे में खड़ा रो रहा था तो नीचे के मंजिल पर रहने वाले किराएदार युवक बाहर निकले वह उसे गोद में उठा कर जब कमरे में पहुंचे तो पाया कि कमरे का दरवाजा खुला था और लाइट जली हुई थी। अंदर जाने पर उन्होंने महिला को फंदे से लटका पाया। उसमें जीवन होने की आस में उन्होंने उसी वक्त महिला को फंदे से निकाल कर बिस्तर पर लेटाया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस के साथ साथ मायके वाले भी बड़ी संख्या में पहुंच गए। पुलिस ने धारा 498ए  दहेज के लिए प्रताड़ि...