चिट्टा तस्करी में दूसरा नाइजीरियन गिरफ्तार
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हिमाचल क्राइम न्यूज़ || ब्यूरो सोलन || चिट्टे के धन्दे की जड़ें सोलन से नाइजीरिया तक पहुंच चुकी हैं। पुलिस ने एक सप्ताह में नाइजीरियन व्यक्ति के चिट्टा तस्कर की दूसरी गिरफ्तारी कर ली है। दूसरे आरोपी को भी दिल्ली में उसके ठिकाने पर दबिश देकर पकड़ा गया।
पुलिस आरोपी को धर्मपुर थाना ले आई है जहां अब आगे की पूछताछ की जा रही है। पुलिस आरोपी से जुड़े सभी दस्तावेज खंगाल रही है। उसके भारत आने की वजह का भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने नाइजीरियन मूल के नशा तस्कर के साथ उत्तर प्रदेश के एक अन्य युवक को भी पकड़ा है।
पुलिस ने सात अगस्त को धर्मपुर में 17 ग्राम चिट्टे के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने दिल्ली में बैठे नाइजीरिया के नागरिक से चिट्टा खरीदने की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने ऐसे बुना मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने का जाल
इसके बाद पुलिस ने मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने का जाल बुना और फोन व अन्य संचार माध्यमों की मदद से पुलिस मुख्य आरोपी के ठिकाने तक जा पहुंची।
यहां पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के समय उसके साथ उत्तर प्रदेश निवासी एक युवक भी मौजूद था। पुलिस ने चिट्टे की तस्करी में उसे भी गिरफ्तार किया है।
नाइजीरियन मूल के मुख्य आरोपी की फिलहाल पुख्ता पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस उसके पासपोर्ट की पड़ताल कर रही है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही उसकी पहचान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
चार अगस्त को गिरफ्तार हुआ था पहला विदेशी
सोलन पुलिस ने इससे पहले चिट्टे समेत पकड़े गए स्थानीय युवक आशुतोष अत्री की निशानदेही पर दिल्ली के द्वारिका स्थित एसके कॉलोनी, विपिन गार्डन में दबिश देकर नाइजीरिया के नागरिक लोडरो कोन ब्राइस को गिरफ्तार किया था।
उसके कमरे की तलाशी के दौरान पुलिस को 28.49 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ था। आरोपी लोडरो बिजनस वीजा पर भारत आया था और यहां आकर चिट्टे की तस्करी में लग गया था। अब पुलिस के हाथ एक और विदेशी नागरिक लगा है।
पुलिस अधीक्षक मधुसूदन शर्मा का कहना है कि पुलिस ने चिट्टे के खिलाफ लगातार अभियान चलाया है। इस अभियान में स्थानीय लोगों व अभिभावकों की भी मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि चिट्टे को जड़ से खतम करने के लिए लोग आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस चिट्टे में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शेगी नहीं और यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। सोलन में चिट्टे की तस्करी पर अमर उजाला ने सबसे पहले 27 जून को खुलासा किया था।
इस दौरान ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसमें सोलन के आसपास जंगलों में चिट्टे का नशा करने के सुबूत प्रकाशित किए गए थे। इस खुलासे के बाद भाजयुमो व व्यापार मंडल सोलन के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था।
28 जून को सौंपे ज्ञापन के बाद पुलिस अधीक्षक ने चिट्टे की गंभीरता को समझते हुए पुलिस को अलर्ट किया। लगातार दबिश अभियान चलाया गया।
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