'आप' व कांग्रेस को बिना सीएम फेस के पड़ सकती चुनाव में मार?
हिमाचल क्राइम न्यूज़
शिमला। एडिटर डेस्क
2022 विधानसभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है। बेशक चुनाव 8 नवंबर से हों परन्तु 80 वर्ष से अधिक व शारीरक क्षमता से प्रभावित लोगों के लिए हर घर वोटिंग सुविधा चुनाव आयोग द्वारा की जा रही है। हिमाचल में चुनावी रणभूमि में जीत जनता कि पसंद होती है। हिमाचल में ट्रेडिशनल सरकार या तो भाजपा की बनी है या कांग्रेस की। लेकिन इस बार का विस् चुनाव बेहद ही रोमांचक होने जा रहा है। जहाँ भाजपा व कांग्रेस से रूठे नेताओं में निर्दिलय चुनाव कि घोषणा की है तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने पंजाब में हुई धमाकेदार जीत से हिमालय में दस्तक दे डाली है। लेकिन इसी बीच एक अहम भूमिका चुनाव में सीएम फेस का होना बेहद निर्णायकपूर्ण रहा है। लेकिन न तो कांग्रेस के पास कोई घोषित सीएम फेस है और न ही आप के पास। राजनीतिक विशेषज्ञयों कि माने तो पार्टी में सीएम फेस का होना पार्टी कि हार-जीत का फ़ैसला माना जाता है। कांग्रेस के प्रभावी नेता व पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन के बाद सीएम फेस कि दौड़ में कांग्रेस के कई नेताओं जिनमें मुकेश अग्निहोत्री, ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, विक्रमादित्य सिंह आदि का नाम सम्लित है। कांग्रेस ने वैसे तो साफ किया है कि बहुमत के बाद ही सीएम फेस का नाम सामने आएगा। दूसरी तरफ़ आप का हिमाचल में पूर्व भाजपा के सांसद डॉ राजन सुशांत के सिवाय कोई दूसरा बड़ा नाम नही है।
जिसमें आप हिमाचल में सरकार बनाने कि रेस में सबसे पहले बाहर देखी जा सकती है। यूँ तो हिमाचल क्राइम न्यूज़ ने पहले ही ये साफ किया है कि इस बार का विस् चुनाव काफी हाई वोल्टेज रहने वाला है। ये चुनाव भाजपा व कांग्रेस बिना प्रेम कुमार धूमल व वीरभद्र सिंह के बिना लड़ने जा रही है। राजनीतिक विशेषज्ञय के अनुसार भाजपा को इसका फायदा साफ देखा सकता है। क्योंकि हिमाचल में नरेंद्र मोदी कि लोकप्रियता, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल से, केन्द्री मंत्री हिमाचल से, घोशित सीएम फेस, स्टार प्रचारकों के प्रभावी घोषणाएं व आदि ने वोटर्स का रुझान अपनी ओर खींचा है। लेकिन इन बिंदुओं से एक बात सामने आई है कि त्रिकोण पार्टी के अलावा निर्दिलय प्रत्याशीओं से भाजपा व कांग्रेस को जीत के बाद बहुमत पाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ सकता है।
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