राफेल कांग्रेस के हाथ तुरुप का इक्का, भाजपा ने इससे निपटने की बनाई खास रणनीति
हिमाचल क्राइम न्यूज़ || ब्यूरो || राफेल विमान समझौते में हुई कथित हेराफेरी के रूप में कांग्रेस के हाथ तुरुप का इक्का आ गया है। वह इसी कार्ड के सहारे भाजपा को 2019 के महायुद्ध में पराजित करने की रणनीति पर काम कर रही है। कांग्रेस की इसी रणनीति को देखते हुए भाजपा ने राहुल गांधी के देशव्यापी विरोध की रणनीति बनाई है। सोमवार 17 दिसंबर को देश के 70 प्रमुख जगहों पर प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा राहुल गांधी के राफेल विमानों पर कथित गलतबयानी को देश के सामने उजागर करने की कोशिश करेगी।
विज्ञापनभाजपा की युवा मोर्चे की टीम को भी इस योजना का अहम अंग बनाया गया है। योजना के तहत पूरे देश में राहुल गांधी जहां भी जायेंगे, भाजयुमो कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे और उनसे राफेल समझौते पर दिए गये उनके बयानों के लिए देश, सेना और मोदी सरकार से मामी मांगने को कहेंगे। सोशल मीडिया में भी राहुल के बयानों को देश के खिलाफ बताने की रणनीति पर काम हो रहा है।
युवा मोर्चे की भूमिका 2019 में अहम
राजधानी दिल्ली के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चे (बीजेवाईएम) की दो दिवसीय (15-16 दिसंबर) बैठक हुई। इसमें युवा मोर्चे के सभी शीर्ष नेताओं, प्रदेश अध्यक्षों, संगठन महामंत्रियों और जिलाध्यक्षों को बुलाया गया। इस बैठक को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, संगठन महामंत्री रामलाल और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।
अमित शाह ने युवा कार्यकर्ताओं से तीन राज्यों में हुई हार से सबक सीखते हुए आगे बढ़ने की सलाह दिया। अपने राजनीतिक जीवन के अनुभव साझा करते हुए अमित शाह ने अपने युवा साथियों को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि वे आज भी देश की सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत हैं। उनके इसी ताकत के कारण परस्पर विरोधी राजनीति करने वाले दल भी आज एक मंच पर आते हुए दिख रहे हैं। शाह ने कहा कि युवा कार्यकर्ता देश की जनता को यह बात बताते हुए मनोवैज्ञानिक लाभ लेने की कोशिश करें।
Editing:-Vinay Kumar
©®:-HCN
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