तमिलनाडु ने बनाए 315 और हिमाचल के 299 फिर भी जीते, जानिए वजह
हिमाचल क्राइम न्यूज़
शिमला। निःस
भारतीय घरेलू सरजमीं पर खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में हिमाचल ने तमिलनाडु को 11 रन से मात दी. जिसके चलते पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेलने वाली हिमाचल की टीम ने पहले खिताब पर कब्जा जमाया. उसकी तरफ से सलामी बल्लेबाज शुभम 136 रन पर नाबाद रहे और उनकी टीम ने अंत में खराब रोशनी के कारण वीजेडी नियम से मैच में जीत हासिल करके इतिहास रच डाला। जिससे तमिलनाडु की तरफ से दिनेश कार्तिक द्वारा बनाए गए 116 रनों की पारी पर पानी फिर गया।
कार्तिक ने खेली 116 रनों की पारी
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में पहले हिमाचल के कप्तान ऋषि धवन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया. जिसका फायदा भी उसके गेंदबाजों ने उठाया और एक समय तमिलनाडु के 40 रन पर चार विकेट गिर चुके थे. जिसके बाद दिनेश कार्तिक और बाबा इन्द्रजीत के साथ पारी को संभाला. इसका आलम यह रहा कि दोनों के बीच 5वें विकेट के लिए 202 रनों की विशाल साझेदारी हुई. बाबा इन्द्रजीत ने कार्तिक के साथ मिलकर 80 रन बनाए और जब टीम का स्कोर 242 रन था तब वह चलते बने. हिमाचल के लिए इस साझेदारी को रंगी ने थोड़ा. हालांकि कार्तिक के बल्ले से रनों का निकलना जारी रहा और उन्होंने 103 गेंदों में 116 रन बनाए. कार्तिक ने अपनी पारी के दौरान 8 चौके और 7 छक्के मारे. कार्तिक के बाद अंत में शाहरुख़ खान ने भी 200 के स्ट्राइक रेट के साथ 21 गेंदों में 3 चौके और 3 छक्के की मदद से 42 रन की पारी खेली. जिससे तमिलनाडु 300 का स्कोर पार करने में सफल रहा. इस तरह 50 ओवर की समाप्ति तक तमिलनाडु ने हिमाचल को 315 रनों का विशाल लक्ष्य दिया. हिमाचल की तरफ से सबसे अधिक 4 विकेट पंकज जायसवाल ने लिए।
96 रन पर हिमाचल के तीन विकेट गिर चुके थे
इस तरह 315 रानों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी हिमाचल की सधी हुई शुरुआत रही और प्रशांत चोपड़ा व शुभम अरोड़ा नि पहले विकेट के लिए 60 रन जोड़े. तभी पारी के 9वें ओवर में साई किशोर की गेंद पर प्रशात 22 रन बनाकर चलते बने. इसके बाद हिमाचल को दो और झटके लगे जिसके चलते उसकी टीम के 96 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे. लेकिन एक छोर पर शुभम ने अपनी बल्लेबाजी जारी रखी. उन्होंने चौथे विकेट के लिए अमित कुमार के साथ 148 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई और यहीं से हिमाचल की मैच में आपसी संभव हो सकी।
136 रन पर नाबाद रहे सलामी बल्लेबाज शुभम
फ़ाइल फ़ोटो: बीसीसीआई |
अमित ने 74 रन की पारी से शुभम का बखूबी साथ निभाया और पारी के 42वें ओवर में वह आउट होकर चलते बने. इसके बाद जैसे-जैसे शाम का समय नजदीक आ रहा था मैदान में मौसम साफ़ न होने की वजह से अंधेरा होना शुरू हो गया था. जिसके चलते हिमाचल ने 47.3 ओवर में 299 रन बना लिए थे और उसे 15 गेंदों में जीत के लिए 16 रन चाहिए थे. तभी अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण मैच को समाप्त घोषित कर दिया और वीजेडी नियम के तहत हिमाचल का स्कोर 288 से अधिक होना था, जिस पर वह 299 रन बना चुका था. इसी आधार पर हिमाचल को विजेता घोषित कर दिया गया और क्रीज पर शुभम अरोड़ा 131 गेंदों में 13 चौके और 1 छक्के की मदद से 136 रन बनाकर नाबाद रहे. उनके साथ कप्तान ऋषि धवन भी 42 रन बनाकर टिके हुए थे।
क्या होता है वीजेडी नियम
वीजेडी प्रणाली डीएलएस का विकल्प मानी जाती है. यह पारी को चरणों में विभाजित करती है. पहले कुछ ओवर जिसमें खेलने में फील्डिंग प्रतिबंध के साथ तेजी से रन बनते हैं. बीच के ओवरों में रनरेट धीमा होता है और अंतिम ओवरों में फिर बढ़ जाता है।भारतीय घरेलू क्रिकेट में डीएलएस की जगह इसी का इस्तेमाल किया जाता है. जिसके तहत हिमाचल ने पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
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