हमीरपुर:गेट बनाने के लिए पहले डीपीएफ भूमि में की खुदाई फिर चीड़ का पेड़ भी किया धराशाई
हिमाचल क्राइम न्यूज़
हमीरपुर। सहयोगी संवाददाता
बाबा बालक नाथ की पावन धरती पर किस तरह नियमों के विपरीत कार्य किया जा रहा है, उसका ताजा उदाहरण डीपीएफ भूमि से छेड़छाड़ कर पेश किया गया है। यहां पर गेट बनाने के नाम पर पहले वन क्षेत्र में जेसीबी के माध्यम से खुदाई की गई साथ ही बीच में आ रहे एक बड़े चीड़ के पेड़ को भी धराशाई भी कर दिया गया । हैरानी की बात है कि वन विभाग के अधिकारियों से पेड़ गिराने के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी ।
बताते चलें कि डीपीएफ भूमि ऐसा वन क्षेत्र होता है जहां पर किसी भी प्रकार का कार्य बिल्कुल नहीं किया जा सकता।लेकिन दियोटसिद्ध में सड़क किनारे डीपीएफ भूमि में पहले खुदाई की गई तथा फिर चीड़ के पेड़ की बलि ले ली गई ।
दरअसल बाबा बालक नाथ मंदिर को जाने वाले गेट नंबर-2 पर बीएसएनएल कंपनी को न्यास द्वारा गेट निर्माण का कार्य सौपा गया था । कंपनी की ओर से जेसीबी के माध्यम से गेट के लिए नींव खोदी जा रही थी । वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान चीड़ के एक पेड़ को भी गिरा दिया गया है । अधिकारियों नें मौके पर पहुंचकर खुदाई को रुकवाया तथा कार्रवाई भी करने की बात कही जा रही है । अब विभाग के अधिकारियों द्वारा डेमेज रिपोर्ट बनाकर जुर्माना वसूला जाएगा ।
न्यास के वाइस चेयरमैन व एसडीएम बड़सर शशि पाल शर्मा का कहना है कि गेट नंबर 2 पर बीएसएनल कंपनी द्वारा गेट निर्माण के लिए फाउंडेशन खोदी जा रही थी, इसी दौरान चीड़ का पेड़ गिर गया है ।
रेंज ऑफिसर वन विभाग राजकुमार का कहना है कि डीपीऍफ़ भूमि में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। चीड़ के पेड़ की डैमेज रिपोर्ट बनाकर ठेकेदार से जुर्माना वसूला जाएगा । उन्होंने बताया कि आंकलन के मुताबिक लगभग 40 हजार की डैमेज रिपोर्ट बन सकती है ।
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