हॉस्पिटल में हुई नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, 22 दिन पहले हुई थी शादी
हिमाचल क्राइम न्यूज़
ऊना। क्राइम डेस्क
 ऊना मुख्यालय के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उपचार के बाद नवविवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई। जिस पर मृतका के परिजनों ने निजी अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप जड़ा है। उनका कहना है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते उनकी लाडली की जान गई है। मृतक महिला की पहचान ममता पत्नी जसवीर सिंह निवासी समनाल के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि करीब 22 दिन पूर्व 23 फरवरी को ही इस युवती की शादी हुई। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेज दिया है। वहीं, घटना के संबंध में पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिला मुख्यालय के क्षेत्रीय अस्पताल में एक नवविवाहिता की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। हालांकि क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचने से पूर्व इस नवविवाहिता को उपचार के लिए जिला मुख्यालय के ही एक निजी अस्पताल ले जाया गया था। जहां उसकी हालत ज्यादा बिगड़ जाने के चलते उसे क्षेत्रीय अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। मृतका के पिता हरोली के भदसाली निवासी कृष्ण और मृतका के मामा ने बताया कि उनकी बेटी को पथरी की शिकायत थी।
इसी के चलते उसे जिला मुख्यालय के एक निजी अस्पताल में ससुराल पक्ष के लोग लेकर गए थे। लेकिन वहां पर उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और चिकित्सकों ने उसे फौरन आनन-फानन में रीजनल अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने निजी अस्पताल में इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
वहीं निजी अस्पताल के प्रबंधक डॉक्टर हरजिंदर सिंह का कहना है कि किडनी में स्टोन की शिकायत के चलते ममता देवी को उनके अस्पताल लाया गया था। जहां उसका उपचार किया गया और वह सामान्य अनुभव कर रही थी। हालांकि उसके बाद अचानक उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उसे फौरन दवा देने के बाद रीजनल अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहीं डॉक्टर हरजिंदर सिंह का दावा है कि मृतका की माता ने ही बताया है कि ममता देवी की पीजीआई से कोई दवा चल रही थी जो पिछले 1 महीने से वह नहीं ले पाई थी।
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