एसपी बिलासपुर को जब आया आधी रात फ़ोन, महिला बोलीं "एसपी साहब बेटे ज़िंदा रखने के लिए खुद देती हूं नशा
कई माह से बिस्तर से उठा तक नहीं है। लेकिन मां हूं न, उसे जिंदा देखना चाहती हूं। मजबूरी ऐसी है कि उसे जिंदा रखने के लिए मैं खुद नशा खरीदकर लाती हूं और उसे देती हूं। मैं नहीं चाहती हूं कि किसी और मां को भी ऐसी बदनसीबी का सामना करना पड़े। मां ने एसपी से कहा कि नशा माफिया बहुत सक्रिय हो गया है। आप ही हमारे बच्चों को इनसे बचा सकते हैं।
एसपी ने कहा कि महिला के फोन के बाद उनकी नींद उड़ गई। महिला के दर्द को वह महसूस कर रहे हैं। नशे के कारोबार को खत्म करना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए समाज का सहयोग भी जरूरी है। अभिभावकों से अपील है कि बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। उनके साथ दोस्ती का व्यवहार रखें और उन्हें खुद नशे से होने वाले नुकसान से अवगत करवाएं। बुजुर्ग महिला नशा कहां से इसे खरीदती है। इस बारे में बताने से एसपी से मना कर दिया।
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