45 हजार रुपये रिश्वत लेते डीएसपी गिरफ्तार, एससी-एसटी एक्ट का मामला दबाने की एवज में ले रहा था पैसे
हिमाचल क्राइम न्यूज़
ब्यूरो कांगड़ा। अखिल चौधरी
जानकारी के मुताबिक, डीएसपी ज्वाली को इन दिनों नूरपुर के कार्यकारी डीएसपी का कार्यभार दिया है. पुलिस थाना ज्वाली के तहत पिछले दिनों एक एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज हुआ था. जिसे दबाने के लिए डीएसपी ज्ञान चंद ने 50 हजार रुपये की मांग की थी. इस संबंध में आरोपित ने विजिलेंस में शिकायत की थी और कहा था कि डीएसपी ज्ञान चंद ने उन पर झूठा केस बनाया है और 50 हजार रुपये मांग रहा है. पांच हजार रुपये एडवांस दिए जा चुके थे और सोमवार को उसे 45 हजार रुपये कैश के साथ शिकायतकर्ता को डीएसपी कार्यालय नूरपुर में बुलाया था.
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी विजिलेंस उत्तरी क्षेत्र अरुल कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने नूरपुर ऑफिस पर डीएसपी को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए तैयारी कर ली. एससी-एसटी एक्ट के एक मामले को दबाने की एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत डीएसपी ज्ञान चंद ने मांगी थी. जिसमें से पांच हजार डीएसपी ने पहले ही ले लिए थे. सोमवार को तय समय के मुताबिक शिकायत कर्ता डीएसपी को 45 हजार रुपये देने पहुंच गया. जब शिकायतकर्ता डीएसपी को रुपये दे रहा था उसी वक्त वहां पहले से तैनात विजिलेंस की टीम ने डीएसपी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
ब्यूरो कांगड़ा। अखिल चौधरी
जानकारी के मुताबिक, डीएसपी ज्वाली को इन दिनों नूरपुर के कार्यकारी डीएसपी का कार्यभार दिया है. पुलिस थाना ज्वाली के तहत पिछले दिनों एक एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज हुआ था. जिसे दबाने के लिए डीएसपी ज्ञान चंद ने 50 हजार रुपये की मांग की थी. इस संबंध में आरोपित ने विजिलेंस में शिकायत की थी और कहा था कि डीएसपी ज्ञान चंद ने उन पर झूठा केस बनाया है और 50 हजार रुपये मांग रहा है. पांच हजार रुपये एडवांस दिए जा चुके थे और सोमवार को उसे 45 हजार रुपये कैश के साथ शिकायतकर्ता को डीएसपी कार्यालय नूरपुर में बुलाया था.
मामले की पुष्टि करते हुए एसपी विजिलेंस उत्तरी क्षेत्र अरुल कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने नूरपुर ऑफिस पर डीएसपी को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए तैयारी कर ली. एससी-एसटी एक्ट के एक मामले को दबाने की एवज में 50 हजार रुपये की रिश्वत डीएसपी ज्ञान चंद ने मांगी थी. जिसमें से पांच हजार डीएसपी ने पहले ही ले लिए थे. सोमवार को तय समय के मुताबिक शिकायत कर्ता डीएसपी को 45 हजार रुपये देने पहुंच गया. जब शिकायतकर्ता डीएसपी को रुपये दे रहा था उसी वक्त वहां पहले से तैनात विजिलेंस की टीम ने डीएसपी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
मौके पर रिश्वत के लिए दिए गए पाउडर लगे नोट भी टीम ने बरामद किए। विजिलेंस के अधिकारियों को देखते ही डीएसपी ज्ञान चंद ठाकुर के होश उड़ गए।
वह मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करने लगे। अधिकारियों के आगे हाथ पैर जोड़ते हुए गिड़गिड़ाने लगे।
टीम ने रिश्वतखोर डीएसपी ज्ञान चंद ठाकुर की एक न सुनी। कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए उसे गिरफ्तार कर धर्मशाला ले गई। आईजी स्टेट विजिलेंस एवं एंटी करप्शन जेपी सिंह ने बताया कि टीम ने बमुश्किल मामले में जाल बिछाकर डीएसपी ज्ञान चंद ठाकुर को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए दबोचा है।
आरोपी के खिलाफ रिश्वतखोरी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपी डीएसपी ज्ञान चंद ठाकुर पूर्व में ज्वाली पुलिस स्टेशन में बतौर एसएचओ के पद पर भी रहे हैं।
इसके बाद उनकी नियुक्ति तिब्बतियों के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा कार्यालय में स्क्रित्य इंचार्ज रहेउस समय भी उन पर कई अनिमितताओं के गंभीर आरोप लगे थे जिनकी जांच चल रही है।
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Himachal Crime News
HP Bureau
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