Solid Waste प्रबंधन का पाठ पढ़ाने वाला हिमाचल का पहला जिला बना लाहौल
हिमाचल क्राइम न्यूज़
लाहौल-स्पीति। ब्यूरो
स्कूलों में ठोस कचरा प्रबंधन का विषय शुरू करने वाला हिमाचल प्रदेश का लाहौल-स्पीति प्रदेश का पहला जिला बन गया है। स्कूली बच्चे ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर लोगों को जागरूक ही नहीं ,बल्कि ठोस और तरल कचरे को वैज्ञानिक विधि से ठिकाने लगाने की प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन भी देंगे। लाहौल-स्पीति में अन्य विषयों की तर्ज पर बच्चे ठोस कचरा प्रबंधन का पाठ भी पढ़ेंगे। केलांग स्थित प्राथमिक स्कूल-1 से इसकी शुरुआत भी हो गई है। प्रथम चरण में पायलट प्रोजेक्ट में घाटी के 5 चुनिंदा स्कूलों में ठोस कचरा प्रबंधन के पाठ्यक्रम को आरंभ किया जा रहा है। स्कूली बच्चे ठोस कचरा प्रबंधन पाठ्यक्रम पढ़ने के साथ प्रेक्टिकल वर्क भी करेंगे। बच्चों को गीले और सूखे कचरे के बारे में समझाया जाएगा। प्रेक्टिकल के दौरान बच्चों को ठोस और तरल कचरे को वैज्ञानिक तरीके से ठिकाने लगाने के बारे में भी बताया जाएगा।
ठोस कचरा प्रबंधन का भी 35 मिनट का पीरियड होगा। अभियान की कामयाबी के लिए दो एसडीएम, शिक्षा उपनिदेशक, प्रधानाचार्य डाइट की कोर कमेटी बनाई गई है। जो स्कूलों में इस अभियान की प्रगति रिपोर्ट प्रशासन को सौंपेगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत अगर यह अभियान कामयाब रहता है तो इसे जिला के हर स्कूल में लागू किया जाएगा। उपायुक्त पंकज राय का कहना कि अटल टनल खुलने के बाद आने वाले दिनों में घाटी में सैलानियों की जिस तरह आमद बढ़ने वाली है। उससे इलाके में कचरे की समस्या विकराल हो सकती है। इसलिए प्रशासन ने लाहौल के 5 स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट में ठोस कचरा प्रबंधन पर पाठ्यक्रम शुरू होगा। सोमवार को केलांग प्राथमिक स्कूल-1 से इसकी शुरूआत की गई है। लाहौल से निकलने वाले ठोस कचरे को बरमाणा भेजा जाएगा। जिसके लिए एससीसी कंपनी के साथ करार हो चुका है।
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