दूसरे की डिग्री पर 10 साल से डॉक्टर बने हुए थे भाईसाहब और कई ऑपरेशन भी कर लिए
हिमाचल क्राइम न्यूज़
ब्यूरो उत्तर प्रदेश।
यूपी के सहारनपुर से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है. इसके मुताबिक वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) देवबंद में काम करने वाला एक सर्जन फ्राड निकला. दिलचस्प बात तो यह है कि वह पिछले करीब 10 साल से वहां कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर था.
यही नहीं इस दौरान उसने कई सारे ऑपरेशन भी किए. सहारनपुर के पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा के अनुसार, 50 वर्षीय आरोपी ओम पाल ने खुद बताया कि वह एक डॉक्टर के रूप में हजारों 'ऑपरेशन' मुफ्त में कर चुका है. इसके अलावा वह एमबीबीएस की फर्जी डिग्री लेकर दो नर्सिग होम चला रहा था. कोर्ट में पेश करने के बाद फिलहाल उसे जेल भेज दिया गया है.
ANI
सीएमओ के अनुसार ओमपाल शर्मा के पास से MBBS की जो डिग्री मिली है, वह मैसूर मेडिकल कॉलेज की है. यह डिग्री साल 2000 में जारी की गई थी.
इसके डिग्री के असली हकदार राजेश हैं. ओमपाल ने इसे स्कैन कर अपना नाम एडिट कर लिया और डा. राजेश के नाम से काम करना शुरू कर दिया.
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