नहीं होने दिया सत्संग, ग्रामीणों ने रामपाल के पोस्टर उखाड़कर किये आग के हवाले
हिमाचल क्राइम न्यूज़
ब्यूरो कांगड़ा, गुरुदेव राणा
देहरा। ग्राम पंचायत पाईसा के ग्रामीणों ने बाबा रामपाल का सत्संग नहीं होने दिया। सैंकड़ों लोगों ने पहले रामपाल का सत्संग करने वाले व्यक्ति चूड़ सिंह को समझाया। लेकिन जब वो नहीं माना तो लोगों ने रामपाल के पोस्टरों को फाड़कर आग के हवाले कर दिया। गौरतलब हो कि शनिवार को ग्रामीणों ने रामपाल का पुतला जलाकर प्रशासन को पहले ही सतर्क कर दिया था कि यहां सत्संग हुआ तो स्थिति भयंकर रूप ले सकती है।
इसके बावजूद भी रविवार को पुलिस की गैरमौजूदगी में सैंकड़ों लोगों ने धावा बोलकर सत्संग बंद करवाया। यहां किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है। सत्संग करने की अनुमति भी नहीं ली गई थी।
ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर चूड़ सिह से सत्संग बंद करने लेकर आपस में काफी देर बातचीत करते रहे। फिर ग्रामीण सत्संग घर में दाखिल हुए और सत्संग करने वाले चूड़ सिंह व अन्य अनुयायियों को समझाने लगे। लेकिन चूड़ सिंह सिंह ने सुषमा देवी पत्नी जोगिन्दर पर हाथ उठा दिया। इतने में माहौल गर्म हो गया और ग्रामीणों ने सत्संग घर में लगे रामपाल के पोस्टर व फोटो उखाड़ दिए व नारेबाजी करने लगे।
स्थानीय पंचायत प्रधान प्रवीण कुमारी ने ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन कोई नहीं माना और बाबा रामपाल के पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया। लोगों का कहना है कि चूड़ सिंह ने महिलाओं पर हाथ उठाया हम इसे नहीं छोड़ेगे। ग्रामीणों ने कहा कि भविष्य में देशद्रोही बाबा रामपाल का सत्संग नहीं होने देंगे।
विश्व हिंदू परिषद के देहरा जिला अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि रामपाल के अनुयायी सत्संग करने जा रहे थे। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने भी उनको अनुमति नहीं दी थी। लेकिन सत्संग को जबरन करवाने का प्रयास किया जा रहा था। उन्होंने रामपाल के अनुयायियों को कहा कि जो व्यक्ति आरोपों के घेरे में हैं ऐसे लोगों के सत्संग नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर रामपाल न्यायिक प्रक्रिया से पाकसाफ होकर निकलते हैं तो आप कुछ भी करो। उन्होंने कहा कि हम सनातनी हिन्दू हैं और हमें अपने धर्म के अनुसार ही अपना जीवन यापन करना चाहिए।
डीएसपी देहरा रणधीर सिंह ने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि पाईसा में बाबा रामपाल का कोई अनुयायी रामपाल के नाम से सत्संग करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बाहर से रामपाल को मानने वाले लोग आएंगे जो रविवार को सत्संग करेंगे। लेकिन एसडीएम कार्यालय व पुलिस विभाग से कोई भी इस तरह की परमिशन नहीं दी गई थी। उसके बाद ग्रामीणों ने सत्संग का विरोध किया। पुलिस ने सत्संग करवाने वाले चुड़ सिंह को एसडीएम के पास बुलाकर यह हिदायत दी थी कि कोई भी सत्संग नहीं होना चाहिए। उसके बाद चुड़ सिंह ने माना था कि वह सत्संग नहीं करेगा। उसके बाद जब रविवार को स्तिथि तनावपूर्ण हुई तो चुड़ सिंह को पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से गिरफ्तार कर लिया। और आज चूड सिंह को एसडीएम कोर्ट में पेश कर कर जमानत दे दी.
ब्यूरो कांगड़ा, गुरुदेव राणा
देहरा। ग्राम पंचायत पाईसा के ग्रामीणों ने बाबा रामपाल का सत्संग नहीं होने दिया। सैंकड़ों लोगों ने पहले रामपाल का सत्संग करने वाले व्यक्ति चूड़ सिंह को समझाया। लेकिन जब वो नहीं माना तो लोगों ने रामपाल के पोस्टरों को फाड़कर आग के हवाले कर दिया। गौरतलब हो कि शनिवार को ग्रामीणों ने रामपाल का पुतला जलाकर प्रशासन को पहले ही सतर्क कर दिया था कि यहां सत्संग हुआ तो स्थिति भयंकर रूप ले सकती है।
इसके बावजूद भी रविवार को पुलिस की गैरमौजूदगी में सैंकड़ों लोगों ने धावा बोलकर सत्संग बंद करवाया। यहां किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है। सत्संग करने की अनुमति भी नहीं ली गई थी।
ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर चूड़ सिह से सत्संग बंद करने लेकर आपस में काफी देर बातचीत करते रहे। फिर ग्रामीण सत्संग घर में दाखिल हुए और सत्संग करने वाले चूड़ सिंह व अन्य अनुयायियों को समझाने लगे। लेकिन चूड़ सिंह सिंह ने सुषमा देवी पत्नी जोगिन्दर पर हाथ उठा दिया। इतने में माहौल गर्म हो गया और ग्रामीणों ने सत्संग घर में लगे रामपाल के पोस्टर व फोटो उखाड़ दिए व नारेबाजी करने लगे।
स्थानीय पंचायत प्रधान प्रवीण कुमारी ने ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन कोई नहीं माना और बाबा रामपाल के पोस्टरों को आग के हवाले कर दिया। लोगों का कहना है कि चूड़ सिंह ने महिलाओं पर हाथ उठाया हम इसे नहीं छोड़ेगे। ग्रामीणों ने कहा कि भविष्य में देशद्रोही बाबा रामपाल का सत्संग नहीं होने देंगे।
विश्व हिंदू परिषद के देहरा जिला अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि रामपाल के अनुयायी सत्संग करने जा रहे थे। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने भी उनको अनुमति नहीं दी थी। लेकिन सत्संग को जबरन करवाने का प्रयास किया जा रहा था। उन्होंने रामपाल के अनुयायियों को कहा कि जो व्यक्ति आरोपों के घेरे में हैं ऐसे लोगों के सत्संग नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर रामपाल न्यायिक प्रक्रिया से पाकसाफ होकर निकलते हैं तो आप कुछ भी करो। उन्होंने कहा कि हम सनातनी हिन्दू हैं और हमें अपने धर्म के अनुसार ही अपना जीवन यापन करना चाहिए।
डीएसपी देहरा रणधीर सिंह ने कहा कि हमें सूचना मिली थी कि पाईसा में बाबा रामपाल का कोई अनुयायी रामपाल के नाम से सत्संग करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान बाहर से रामपाल को मानने वाले लोग आएंगे जो रविवार को सत्संग करेंगे। लेकिन एसडीएम कार्यालय व पुलिस विभाग से कोई भी इस तरह की परमिशन नहीं दी गई थी। उसके बाद ग्रामीणों ने सत्संग का विरोध किया। पुलिस ने सत्संग करवाने वाले चुड़ सिंह को एसडीएम के पास बुलाकर यह हिदायत दी थी कि कोई भी सत्संग नहीं होना चाहिए। उसके बाद चुड़ सिंह ने माना था कि वह सत्संग नहीं करेगा। उसके बाद जब रविवार को स्तिथि तनावपूर्ण हुई तो चुड़ सिंह को पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से गिरफ्तार कर लिया। और आज चूड सिंह को एसडीएम कोर्ट में पेश कर कर जमानत दे दी.
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