हिमाचल चाहता है सीधे राज्यों को बिजली बेचकर मुनाफा कमाना
हिमाचल क्राइम न्यूज़ ब्यूरो
न्यूज़ डेस्क
ऊर्जा राज्य हिमाचल प्रदेश ने अब देश के अन्य राज्यों में सीधे बिजली बेचकर मुनाफा कमाने की तैयारी शुरू कर दी है। बिक्री अब सेंट्रल एनर्जी एक्सचेंज के माध्यम से भुगतान की जाती है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस प्रक्रिया से राज्य को लगभग 650 करोड़ की वार्षिक आय प्राप्त हो रही है। इस आय को 1200 करोड़ तक बढ़ाने की योजना के तहत निजी कंसल्टेंसी फर्म का समर्थन लेने का भी प्रस्ताव है। जल्द ही मामले को अंतिम रूप देकर कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
यह पता चला है कि हिमाचल वर्तमान में गर्मी के मौसम में विभिन्न राज्यों को बिजली बेचता है। गर्मी के मौसम में हिमाचल को अधिक बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में सर्दियों में उत्पादन कम होने की स्थिति में गर्मियों में दी जाने वाली इस बिजली को वापस लेकर हिमाचल इस शक्ति को चलाता है। जहां राज्य ने पड़ोसी राज्यों को गर्मी से राहत देने के लिए बैंकिंग पर दी जाने वाली बिजली को ब्याज सहित वापस लेना शुरू कर दिया है। पहले हम जितनी बिजली देते थे, उसे वापस ले लेते थे।
जानकारी के अनुसार, बिजली बोर्ड ने अब एक और नई व्यवस्था करके अन्य राज्यों को बिजली बेचने की योजना तैयार की है। इसके तहत जहां कमीशन का खेल खत्म होगा, वहीं हिमाचल को भी बिजली के अच्छे दाम मिलेंगे। 4 फरवरी, 2020 को मंगलवार को सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक हुई। यह भी कहा जा रहा है कि रामसुभग सिंह ने अधिकारियों को जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया।
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ऊर्जा राज्य हिमाचल प्रदेश ने अब देश के अन्य राज्यों में सीधे बिजली बेचकर मुनाफा कमाने की तैयारी शुरू कर दी है। बिक्री अब सेंट्रल एनर्जी एक्सचेंज के माध्यम से भुगतान की जाती है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस प्रक्रिया से राज्य को लगभग 650 करोड़ की वार्षिक आय प्राप्त हो रही है। इस आय को 1200 करोड़ तक बढ़ाने की योजना के तहत निजी कंसल्टेंसी फर्म का समर्थन लेने का भी प्रस्ताव है। जल्द ही मामले को अंतिम रूप देकर कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
यह पता चला है कि हिमाचल वर्तमान में गर्मी के मौसम में विभिन्न राज्यों को बिजली बेचता है। गर्मी के मौसम में हिमाचल को अधिक बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में सर्दियों में उत्पादन कम होने की स्थिति में गर्मियों में दी जाने वाली इस बिजली को वापस लेकर हिमाचल इस शक्ति को चलाता है। जहां राज्य ने पड़ोसी राज्यों को गर्मी से राहत देने के लिए बैंकिंग पर दी जाने वाली बिजली को ब्याज सहित वापस लेना शुरू कर दिया है। पहले हम जितनी बिजली देते थे, उसे वापस ले लेते थे।
जानकारी के अनुसार, बिजली बोर्ड ने अब एक और नई व्यवस्था करके अन्य राज्यों को बिजली बेचने की योजना तैयार की है। इसके तहत जहां कमीशन का खेल खत्म होगा, वहीं हिमाचल को भी बिजली के अच्छे दाम मिलेंगे। 4 फरवरी, 2020 को मंगलवार को सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह की अध्यक्षता में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक हुई। यह भी कहा जा रहा है कि रामसुभग सिंह ने अधिकारियों को जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया।
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