शिमला के युग किडनैपिंग-मर्डर केस में फैसला सुरक्षित
हिमाचल क्राइम न्यूज़ || ब्यूरो शिमला|| 14 जून 2014 को शिमला के रामबाजार से 4 साल का मासूम युग लापता हो गया था. दो साल बाद अगस्त 2016 को भराड़ी में पानी के टैंक से युग का कंकाल मिला. प्रदेश की राजधानी शिमला के बहुचर्चित युग अपहरण और निर्मम हत्या मामले में जिला कोर्ट ने एक बार फिर फैसला सुरक्षित रखा है. इस मामले में अब 17 जुलाई को सुनवाई होगी.
इससे पहले, 29 जून को भी जिला कोर्ट ने मामले पर फैसला सुरक्षित रखा था. जिला एवं सत्र न्यायालय के सेशन जज वीरेंद्र सिंह की अदालत में इस मामले पर सुनवाई चल रही है.
मासूम युग की किडनैपिंग और हत्या के तीनों आरोपियों तेजेंद्र सिंह, चंद्र शर्मा और विक्रांत बख्शी को शुक्रवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच जिला कोर्ट में पेश किया गया. उधर, युग के पिता विनोद गुप्ता ने न्यूज-18 से कहा कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है. आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी. उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है.
ये है मामला
14 जून 2014 को शिमला के रामबाजार से 4 साल का मासूम युग लापता हो गया था. दो साल बाद अगस्त 2016 को भराड़ी में पानी के टैंक से युग का कंकाल मिला. युग के बदले में आरोपियों ने पीड़ित पिता विनोद कुमार से फिरौती मांगी थी.
फिरौती न मिलने पर आरोपियों ने युग की हत्या कर उसके शव को पानी की टैंक में फैंक दिया. दो साल तक युग का कोई पता नहीं चला. बाद में उसका कंकाल टैंक से मिला था. मामले में चंद्र शर्मा, तेजेंद्र पाल और विक्रांत आरोपी हैं. तीनों युग के पड़ोसी हैं. सीआईडी ने इस केस में 2300 पन्नों की चार्जशीट बनाई है.
Editing:-Ajay Dhiman
©®:NEH
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