शिक्षा बोर्ड ने लगाया एक साल तक अध्यापकों पर प्रतिबंध
हिमाचल क्राइम न्यूज़ ब्यूरो
धर्मशाला।
स्कूल शिक्षा बोर्ड के मुताबिक सभी 13 अध्यापकों का जबाव प्राप्त हो गया है लेकिन सुधार के मध्यनजर एक साल तक उन अध्यापकों की पेपर चेकिंग संबंधी प्रक्रिया में सेवाएं नहीं ली जाएंगी। वहीं स्कूल शिक्षा बोर्ड की असाईंमेंट संबंधी विभिन्न कार्यों में भी उनकी सेवाएं नहीं ली जाएंगी। भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा न करने की हिदायत भी जारी की है। उल्लेखनीय है कि मामला आने के बाद उत्तरपुस्तिकाओं की री-चेकिंग के बदले जो मेहनताना उक्त अध्यापकों को दिया जाना था उसे रोक लिया था लेकिन अब बोर्ड ने उसमे 10 फीसदी ही कटौती की है।
विदित रहे कि उत्तरपुस्तिकाओं की पुनर्मूल्यांकन/पुर्निरीक्षण के समय मूल्यांकन पर अंकों में 10 प्रतिशत से अधिक भिन्नता पाए जाने पर संबंधिक परीक्षक को बोर्ड ड्युटी से डिवार करने तथा दंड लगाने का प्रावधान किया गया है। दंडित परीक्षक एवं चेकिंग असिस्टेंट की सेवा पंजिका में एंट्री करने हेतु मामला निदेशक उच्चतर/प्रारंभिक शिक्षा को भी प्रेषित किया जाता है।
वहीं हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी का कहना है कि 13 अध्यापकों का जबाव प्राप्त हुआ है फिर भी बोर्ड परीक्षाओं की पेपर चेकिंग प्रक्रिया में एक साल तक उनकी सेवाएं नहीं ली जाएंगी। एक साल के लिए उन्हें इस प्रक्रिया से बाहर किया गया है। बोर्ड की असाईंमेंट संबंधी विभिन्न कार्यों में उनकी सेवाएं भी नहीं ली जाएंगी। पेपर चेकिंग के बदले उन 13 अध्यापकों को जो मेहनताना दिया जाना था, उसमें 10 प्रतिशत कटौती का निर्णय लिया गया है। जल्द ही इस बारे अधिसूचना जारी की जाएगी। भविष्य में गलती न करने की हिदायत जारी की है।
Comments
Post a Comment