स्कूल खुलने को जारी हुए SOP, लेकिन उससे पहले 41 शिक्षक कोरोना संक्रमित
हिमाचल क्राइम न्यूज़
शिमला। ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं शुरू होने से पहले कई शिक्षकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। मंडी जिले के सरकाघाट क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों से 41 शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सरकाघाट क्षेत्र पहले से ही जिला मंडी के अन्य क्षेत्रों में कोरोना के मामलों में सबसे आगे रहा है। सरकाघाट के कन्या स्कूल, बलद्वाड़ा, खुडला, रोपा ठाठर, टिक्करी सिध्याणी स्कूलों से नए मामले आए हैं। कन्या स्कूल सरकाघाट से 11 शिक्षक कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं खुडला स्कूल में सात, टिक्करी सिध्याणी स्कूल के 14 , बलद्वाड़ा स्कूल से सात और रोपा ठाठर स्कूल से दो मामले सामने आए हैं। एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सभी मरीजों को होम आइसोलेट कर दिया गया है और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है।
बता दें प्रदेश में पहली फरवरी से स्कूलों में विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं शुरू होगी, लेकिन इससे पहले शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने से अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस के 92 नए मामले आए हैं। मंडी में 45, किन्नौर 19, कांगड़ा 14, शिमला पांच, ऊना तीन, सोलन दो, सिरमौर तीन और बिलासपुर में एक नया मामला आया है। कोरोना से प्रदेश में शनिवार को दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई। कांगड़ा के 61 वर्षीय और ऊना के 50 वर्षीय संक्रमित मरीज ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 57494 पहुंच गया है। सक्रिय मामले घटकर 383 रह गए हैं। अब तक 56131 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं अब तक 964 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है।
ऊना में दो क्षेत्र बने कंटेनमेंट जोन, एक हुआ बाहर
ऊना। सदर उपमंडल में दो क्षेत्र कंटेनमेंट जोन बने हैं। एसडीएम ऊना डॉ सुरेश जसवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के नए मामले आने के बाद जनकौर के वार्ड 3 में प्रवीण कुमारी के घर और लोअर अरनियाला के वार्ड 6 में रामस्वरूप के घर को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में अब कर्फ्यू में ढील नहीं दी जाएगी। एसडीएम ऊना डॉ सुरेश जसवाल ने बताया कि उपमंडल के तहत कोटला खुर्द के वार्ड 3 में सत्या देवी के घर को कंटेनमेंट जोन की सूची से बाहर कर दिया गया है। अब यहां कर्फ्यू में ढील प्रदान की जाएगी।
प्रदेश में नौ फरवरी तकवैक्सीन लगाने का लक्ष्य
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिला चिकित्सा अधिकारियों के लिए वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। नौ फरवरी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने को कहा गया है। जो अधिकारी स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाए हैं, उन्हें निर्धारित समय में लक्ष्य पूरा करने को कहा है। प्रदेश में 77 हजार कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाना है। प्रदेश में अभी तक 22,936 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। उधर, कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लेकर शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य ने भाग लिया।
एनएचएम के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि 9 फरवरी तक वैक्सीनेशन अभियान पूरा करने के लिए प्रदेश में 650 सेशन लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि प्रदेश को पहले चरण में 93 हजार और दूसरी चरण में वैक्सीन की 87,500 डोज मिली हैं। इसे जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 2.55 फीसदी वैक्सीन खराब हुई है। भारत सरकार की वैक्सीन खराब होने की अनुमानित दर 10 फीसदी है। प्रदेश में 1.16 फीसदी वैक्सीन के दुष्प्रभाव पाए गए हैं, जो सामान्य प्रक्रिया है।
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