विस मॉनसून सत्र: तीसरे दिन भी विपक्ष ने की नारेबाज़ी
हिमाचल क्राइम न्यूज़
शिमला। नेटवर्क
मानसून सत्र के तीसरे दिन सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सदन में हंगामा हो गया। सीएम जयराम ठाकुर को जवाब के लिए बुलाने पर विपक्ष इस बात पर अड़ गया कि विपक्षी सदस्यों को चर्चा में बोलने का पूरा मौका नहीं दिया गया। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोकझोक हुई। कांग्रेस विधायक नारे लगाते रहे।
नारेबाजी के बीच ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपना जवाब शुरू किया। नारेबाजी करते हुए विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और यहां भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस के विधायक वेल में नीचे फर्श पर बैठ गए। स्पीकर स्थगन प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए सीएम को बुला रहे थे तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मंगलवार को सदन की बैठक को मंत्री के लिए बढ़ा दिया गया, जबकि सदस्यों के लिए नहीं बढ़ाया जा रहा है।
जिन्होंने प्रस्ताव लाया, उन्हें बोलने का मौका दें। मुख्यमंत्री बोले कि विपक्ष का रवैया हैरान करने वाला है। सीएम ने कहा कि उन्हें मंगलवार को तीन बजे जवाब देना था, मगर जब विपक्ष ने कहा कि इसे आगे बढ़ाया जाए तो इसे बढ़ाया गया। कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्री नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेंगे। इस बीच सदन से विपक्ष के सदस्य बाहर चले गए।
सीएम बोले कि विपक्ष ने कल वाकआउट किया, यह बाहर बताया गया। भीतर तो दर्ज भी नहीं हैं। सीएम बोले- आप लोग यहां से बाहर गए तो आप लोग मूवर हैं। आपकी तो गैर हाजिरी लगी। इसलिए बोलने का अवसर नहीं मिला। विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ही विधानसभा अध्यक्ष को हर बात डिक्टेट करवा रहे हैं। नियम 67 में चर्चा होनी है कि नहीं, यह मुख्यमंत्री तय करते हैं।
स्पीकर विपिन सिंह परमार बोले कि मुकेश अग्निहोत्री उंगली कर उन्हें डिक्टेट करवाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा नहीं होगा। सदन में नारेबाजी चली तो इस स्पीकर विपिन सिंह परमार बोले कि जोर से नारे न लगाएं। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है। वह पहले भी विधानसभा के सदस्यों से आग्रह कर चुके हैं। नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जवाब देने के लिए बुलाया तो इस पर भी नारे बंद नहीं किए गए। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।
आप अगले जन्म में भी ताली बजाते हुए आएं: जयराम
विपक्ष के सदस्य वेल में बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ताली बजाने लगे तो मुख्यमंत्री बोले कि भगवान करेे कि अगले जन्म में भी आप ताली बजाते हुए आएं। सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब लोगों के बीच में जाना होगा तो इनको जनता को फेस करना होगा।
जनता जब इनको पूछेगी कि जब कोरोना वायरस था और लोगों को सरकार बाहर के राज्यों से भीतर ला रही थी तो आप लोग क्या कर रहे थे। इनके पास क्या जवाब होगा कि विधानसभा के वेल में बैठकर तब तालियां बजा रहे थे। इनका कोरोना वायरस को नियंत्रित करने को कोई योगदान नहीं है।
शिमला। नेटवर्क
मानसून सत्र के तीसरे दिन सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सदन में हंगामा हो गया। सीएम जयराम ठाकुर को जवाब के लिए बुलाने पर विपक्ष इस बात पर अड़ गया कि विपक्षी सदस्यों को चर्चा में बोलने का पूरा मौका नहीं दिया गया। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोकझोक हुई। कांग्रेस विधायक नारे लगाते रहे।
नारेबाजी के बीच ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपना जवाब शुरू किया। नारेबाजी करते हुए विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और यहां भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। कांग्रेस के विधायक वेल में नीचे फर्श पर बैठ गए। स्पीकर स्थगन प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए सीएम को बुला रहे थे तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मंगलवार को सदन की बैठक को मंत्री के लिए बढ़ा दिया गया, जबकि सदस्यों के लिए नहीं बढ़ाया जा रहा है।
जिन्होंने प्रस्ताव लाया, उन्हें बोलने का मौका दें। मुख्यमंत्री बोले कि विपक्ष का रवैया हैरान करने वाला है। सीएम ने कहा कि उन्हें मंगलवार को तीन बजे जवाब देना था, मगर जब विपक्ष ने कहा कि इसे आगे बढ़ाया जाए तो इसे बढ़ाया गया। कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्री नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेंगे। इस बीच सदन से विपक्ष के सदस्य बाहर चले गए।
सीएम बोले कि विपक्ष ने कल वाकआउट किया, यह बाहर बताया गया। भीतर तो दर्ज भी नहीं हैं। सीएम बोले- आप लोग यहां से बाहर गए तो आप लोग मूवर हैं। आपकी तो गैर हाजिरी लगी। इसलिए बोलने का अवसर नहीं मिला। विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ही विधानसभा अध्यक्ष को हर बात डिक्टेट करवा रहे हैं। नियम 67 में चर्चा होनी है कि नहीं, यह मुख्यमंत्री तय करते हैं।
स्पीकर विपिन सिंह परमार बोले कि मुकेश अग्निहोत्री उंगली कर उन्हें डिक्टेट करवाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा नहीं होगा। सदन में नारेबाजी चली तो इस स्पीकर विपिन सिंह परमार बोले कि जोर से नारे न लगाएं। इससे कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है। वह पहले भी विधानसभा के सदस्यों से आग्रह कर चुके हैं। नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जवाब देने के लिए बुलाया तो इस पर भी नारे बंद नहीं किए गए। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।
आप अगले जन्म में भी ताली बजाते हुए आएं: जयराम
विपक्ष के सदस्य वेल में बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ताली बजाने लगे तो मुख्यमंत्री बोले कि भगवान करेे कि अगले जन्म में भी आप ताली बजाते हुए आएं। सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब लोगों के बीच में जाना होगा तो इनको जनता को फेस करना होगा।
जनता जब इनको पूछेगी कि जब कोरोना वायरस था और लोगों को सरकार बाहर के राज्यों से भीतर ला रही थी तो आप लोग क्या कर रहे थे। इनके पास क्या जवाब होगा कि विधानसभा के वेल में बैठकर तब तालियां बजा रहे थे। इनका कोरोना वायरस को नियंत्रित करने को कोई योगदान नहीं है।
Note:- हिमाचल क्राइम न्यूज़ की वेब पोर्टल पर विज्ञापन लगाने हेतु संपर्क करें 8354800009 या मेल करेंhimachalcrimenews@gmail.com
Himachal Crime News
Correspondent or People's servant
Comments
Post a Comment