वीरभद्र सिंह संसदीय क्षेत्र मंडी से लड़ सकते हैं चुनाव
फाइल फोटो: वीरभद्र सिंह फेसबुक |
हिमाचल क्राइम न्यूज़ || ब्यूरो ऊना ||मंडी संसदीय क्षेत्र का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र्र सिंह ने फिर से हुंकार भर दी है। चुनाव लड़ने के नाम पर काफी समय से चुप्पी साधे वीरभद्र्र सिंह ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर मंडी से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। इससे कांग्रेस खेमे में हलचल शुरू हो गई है।
मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने को लेकर वीरभद्र्र सिंह से जब भी सवाल पूछा जाता था तो वह अकसर यही बात कहते थे कि चुनाव नहीं लड़ेंगे। यहां से कोई मकरझंडू ही चुनाव लड़ेगा। क्षेत्र से तीसरी व चौथी पंक्ति के सात लोगों ने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया था। इनमें कोई भी जिताऊ नहीं है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर भी चुनाव लड़ने के नाम कन्नी काट रहे थे।
वह भी वीरभद्र्र सिंह या उनके परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतारने की पैरवी कर रहे थे। प्रदेश कांग्रेस पार्टी भी भाजपा को कड़ी चुनौती देने के लिए वीरभद्र्र सिंह को मैदान में उतारने की वकालत दिल्ली तक कर चुकी है। कौल सिंह वीरभद्र्र सिंह व प्रतिभा सिंह ने भी टिकट के लिए आवेदन नहीं किया था।
14 मार्च को विक्रमादित्य सिंह ने अपनी फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर टिकट के लिए आवेदन न करने की बात कही थी और कहा था कि अगर पार्टी हाईकमान पार्टी हित में जिम्मेदारी देगी तो वह उसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र वीरभद्र्र सिंह व उनके परिवार की कर्मभूमि रही है। 1971 से 2014 तक वह व उनकी पत्नी यहां सेसात चुनाव लड़ चुकी है।
फेसबुक पर पोस्ट में वीरभद्र्र सिंह ने लिखा है कि आप सभी का भरपूर प्यार और समर्थन मुझे सदैव मिला है। यही मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। मंडी संसदीय क्षेत्र से जीत सुनिश्चित करने के लिए हर चुनौती के लिए तैयार हैं। हमारा लक्ष्य राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना है।
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