अब शिमला में नहीं होगी पानी की समस्या
हिमाचल क्राइम न्यूज़ || ब्यूरो (जतिन) शिमला ||राजधानी व पर्यटन नगरी शिमला के बाशिंदों को इस साल गर्मियों में पानी की कमी शायद ही झेलनी पड़े। शिमला जल प्रबंधन निगम ने अभी से पानी की कमी से निपटने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए निगम पानी की पंपिंग में लगातार सुधार कर रहा है और आज शिमला में पानी की पंपिंग के इतिहास में एक दिन में सर्वाधिक 53.90 एमएलडी पानी विभिन्न स्रोतों से पंप किया गया। शिमला शहर के लिए पानी पंप करने की मौजूदा क्षमता 54 एमएलडी है। इससे पहले 29 सितंबर 2018 को जल प्रबंधन निगम ने एक दिन में सर्वाधिक 52.05 एमएलडी पानी की पंपिंग की थी। गौरतलब है कि न केवल शिमलावासियों बल्कि यहां गर्मियों में घूमने आने वाले पर्यटकों को वर्ष 2018 में शिमला के इतिहास में सबसे बड़े पेयजल संकट का सामना करना पड़ा था ।
शिमलाजल प्रबंधन निगम के सीईओ व प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र गिल के मुताबिक पानी की मुख्य पाईप लाईन में 27 फीसदी रिसाव को कम करके 5 प्रतिशत तक ला दिया गया है और अब निगम का मुख्य फोकस पानी की वितरण लाईनों में हो रहे 20 से 25 फीसदी रिसाव को कम करने पर है। शहर में 140 रिसाव बिंदुओं को चिह्नित किया है जिन्हें बदला जा रहा है। शहर के लिए पेयजल आपूर्ति के मुख्य श्रोत गुम्मा में छह पंप बदल दिए गए हैं तथा तीन को बदलने की प्रक्रिया जारी है।‘गर्मियों में भी होगी हर रोज आपूर्ति’
शिमला शहर में पिछले कुछ महीनों से पानी की हर रोज आपूर्ति हो रही है और राशनिंग बंद कर दी है। गिल का कहना है कि निगम इस बार गर्मियों में भी शिमला वासियों को हर रोज पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। हालांकि शिमला की पानी की समस्या का सम्पूर्ण समाधान कोल डैम से विश्व बैंक की सहायता से प्रस्तावित पेयजल योजना से ही होगा।
Report:-JATIN
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Himachal Crime News
H.P Bureau
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