पाक में हजारा समुदाय को निशाना बनाकर किया धमाका, 20 की मौत
हिमाचल क्राइम न्यूज़
ब्यूरो।
पाकिस्तान के क्वेटा में शुक्रवार को हुए एक धमाके में 20लोगों की मौत हो गई। 48जख्मी हुए हैं। डीआईजी अब्दुल रज्जाक चीमा ने इसकी पुष्टि की। धमाके में हजारा समुदाय को निशाना बनाया गया। पुलिस ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।पुलिस के हवाले से 'डॉन' ने बताया कि घायलों को बोलन मेडिकल कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया है।
'हमले के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा'
रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान ने घटना की निंदा की और इसकी रिपोर्ट मांगी है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल ने कहा कि हमले के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। शांति भंग की साजिश करने वालों का जल्द पता लगाया जाएगा। कट्टरपंथी विचारधारा के लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान ने घटना की निंदा की और इसकी रिपोर्ट मांगी है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल ने कहा कि हमले के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। शांति भंग की साजिश करने वालों का जल्द पता लगाया जाएगा। कट्टरपंथी विचारधारा के लोग समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
5 साल में 509 हजारा मारे गए
पाक के नेशनल कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स (एनसीएचआर) के मुताबिक- जनवरी 2012 से दिसंबर 2017 तक क्वेटा में हुए आतंकी हमलों में हजारा समुदाय के 509 लोग मारे गए और 627 जख्मी हुए। एनसीएचआर ने कहा, क्वेटा में हत्याएं, धमाके और फिदायीन हमले किए जा रहे हैं। इसके चलते वहां रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ रहा है।
पाक के नेशनल कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स (एनसीएचआर) के मुताबिक- जनवरी 2012 से दिसंबर 2017 तक क्वेटा में हुए आतंकी हमलों में हजारा समुदाय के 509 लोग मारे गए और 627 जख्मी हुए। एनसीएचआर ने कहा, क्वेटा में हत्याएं, धमाके और फिदायीन हमले किए जा रहे हैं। इसके चलते वहां रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ रहा है।
अफगानिस्तान का तीसरा बड़ा समुदाय है हजारा
हजारा समुदायमध्य अफगानिस्तान में रहता है। ये लोग शिया होते हैं और हजारगी उपभाषा बोलते हैं। यह अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। अफगानिस्तान में इनकी आबादी को लेकर विवाद है और यह 26 लाख से 54 लाख के बीच में मानी जाती है। ये लोग कुल अफगान आबादी का करीब 18% हिस्साहैं। अफगानिस्तान में जब तालिबान का शासन था, तो शिया होने के चलते हजारा लोगों पर कई जुल्म ढाए गए। इसके चलते समुदाय की एक बड़ी संख्या पाकिस्तान जाने के लिए मजबूर हो गई। ये ज्यादातर क्वेटा में बसे हुए हैं।
हजारा समुदायमध्य अफगानिस्तान में रहता है। ये लोग शिया होते हैं और हजारगी उपभाषा बोलते हैं। यह अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। अफगानिस्तान में इनकी आबादी को लेकर विवाद है और यह 26 लाख से 54 लाख के बीच में मानी जाती है। ये लोग कुल अफगान आबादी का करीब 18% हिस्साहैं। अफगानिस्तान में जब तालिबान का शासन था, तो शिया होने के चलते हजारा लोगों पर कई जुल्म ढाए गए। इसके चलते समुदाय की एक बड़ी संख्या पाकिस्तान जाने के लिए मजबूर हो गई। ये ज्यादातर क्वेटा में बसे हुए हैं।
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Report:-Press trust of India
Himachal Crime News
International Bureau
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